
ज्ञान के प्रकाश मे अहंकार का अंधकार बुझ के विनम्रता की उज्ज्वल
किरणों मे परिवर्तित हो जाता है ,और हर ओर दिव्यता का अविनाशी दीप
प्रज्वलित करता है ।
ज्ञान के प्रकाश मे अहंकार का अंधकार बुझ के विनम्रता की उज्ज्वल
किरणों मे परिवर्तित हो जाता है ,और हर ओर दिव्यता का अविनाशी दीप
प्रज्वलित करता है ।