
साधना है, आना प्रभु शरण, होके सम्पूर्ण समर्पण, जीवन जो हो व्यतीत प्रभु चरण, जब हो हर श्वास प्रभु अर्पण, नयन खुले हों या बंद, हर क्षण हो प्रभु स्मरण, और ऐसी साधना से होंगे प्रभु के दिव्य दर्शन और जीवन लक्ष्य सक्षम ।
साधना है, आना प्रभु शरण, होके सम्पूर्ण समर्पण, जीवन जो हो व्यतीत प्रभु चरण, जब हो हर श्वास प्रभु अर्पण, नयन खुले हों या बंद, हर क्षण हो प्रभु स्मरण, और ऐसी साधना से होंगे प्रभु के दिव्य दर्शन और जीवन लक्ष्य सक्षम ।
बहुत खूब।
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Thank you for the encouragement. Regards.
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